पेंशन के पैसे से दस महीने से छात्रों को करा रहे है भोजन धनूपुर के जगदीशपुर गांव के रिटायर्ड शिक्षक ने पेश की मिशाल धनूपुर। हंडिया के जगदीशपुर गांव के एक रिटायर्ड शिक्षक ने दस महीने से अपने पेंशन के पैसे से बच्चों को दोपहर का भोजन करा रहे है। रिटायर्ड शिक्षक इस समय जगदीशपुर गांव के प्रधान है। कई बार अफसरों से फरियाद के बाद भी जहा अफसरों द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है।वही बच्चों की सेहत न बिगड़े प्रधान बच्चों को खिलाने के बीड़ा उठाया है। अपने पेंशन के पैसे खर्च कर प्रधान बच्चों को अनवरत दस महीने से भोजन करा रहे है। धनूपुर के जगदीशपुर ग्रामसभा के मजरा चवरवा गांव स्थित प्राथमिक पाठशाला में लगभग 300 छात्र छात्रा पढ़ रहे है।यह गांव पिछड़ी जाति बाहुल्य गांव है। इस गांव में बिन्द जाति के लोग बहुतायक है। लेकिन इस प्राथमिक विद्यालय में अप्रैल 2019 से बच्चों को दोपहर का भोजन पकाने के लिए सरकारी मद नही दिया गया। लेकिन इस गांव के प्रधान लालता प्रसाद यादव है जो रिटायर्ड मिडिल शिक्षक है। वे दस महीने से अपने पेंशन के पैसे को खर्च कर बच्चों को दोपहर का भोजन खिला रहे है। अपने पेंशन के पैसे से स्कूल के 300 बच्चों को भोजन अनवरत दस महीने से कराने वाले प्रधान इलाके में एक मिशाल कायम की है। वही विद्यालय के हेडमास्टर अखिलेश कुमार ने बताया कि वे खण्ड शिक्षा अधिकारी धनूपुर अनिल कुमार सिंह को प्रधान को पैसे के लिए कई बार पत्र दिया है। वही प्रधान लालता यादव बताते है कि लगभग डेढ़ लाख रुपये अब तक खर्च कर चुके है। पैसे के लिए खण्ड शिक्षाधिकरी को पत्र भी दिया गया परन्तु कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। अफसरों की उदासीनता के चलते अगर प्रधान ने हाथ खड़े कर दिये तो विद्यालय के तीन सौ बच्चों को खाली पेट पढ़ना होगा। इस सम्बंध में खण्ड शिक्षाधिकरी को फोन करने पर फोन नही उठाया गया।