हाईकोर्ट के आंदोलनरत अधिवक्ताओं ने मार्च निकालकर शिक्षा अधिकरण मुद्दे पर विरोध जताया

---हाई कोर्ट बार एशोसिएशन ने आर-पार की लड़ाई छेड़ी।

---अधिवक्ताओं में भारी आक्रोश।

---प्रयागराज महानगर के सभी चौराहे व सड़कें जाम।

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश सरकार के शिक्षा अधिकरण बिल व इसके प्रधान पीठ के लखनऊ में स्थापित होने के विरोध में हाई कोर्ट बार एशोसिएशन इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ताओं ने अब आर-पार के मूड में जबरदस्त आंदोलन छेड़ दिया है। अधिवक्ताओं के आज के पैदल मार्च से पूरा प्रयागराज महानगर जाम हो गया।

   जानकारी के अनुसार हाई कोर्ट बार एशोसिएशन के प्रस्ताव पर पूरा अधिवक्ता समाज एकजुट होकर शिक्षा अधिकरण व इसके लखनऊ में प्रधान पीठ का जबरदस्त विरोध कर रहा है। इस बावत हाई कोर्ट बार एशोसिएशन के सदस्य आर के पाण्डेय एडवोकेट ने कहा कि उत्तर प्रदेश की तानाशाही सरकार के नित नए तानाशाही निर्णय, न्याय व्यवस्था को छिन्न-भिन्न करने, अधिवक्ताओं को बांटने के खेल, जनता के लिए सुलभ न्याय को दुर्लभ बनाने के जनविरोधी नीति तथा इलाहाबाद हाई कोर्ट एवं प्रयागराज के गौरव को तहस-नहस करने के निंदनीय कार्य के विरुद्ध आज अधिवक्ता समाज एकजुट विरोध कर रहा है तथा यदि सरकार ने सुधार नही किया तो अगले हफ्ते आम जनमानस को साथ लेकर प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ दिया जाएगा। इस विषय पर कोषाध्यक्ष दुर्गेश चन्द्र तिवारी व सन्तोष कुमार मिश्र पूर्व संयुक्त सचिव प्रशासन ने बताया कि हाई कोर्ट बार एशोसिएशन के मजबूत नेतृत्व में पूरा अधिवक्ता समाज अब अधिवक्ता विरोधी यूपी सरकार के गलत नीतियों के विरोध में सड़क पर उतर चुकी है व अधिवक्ता समाज की मांगों को मान लिए जाने तक यह आंदोलन जारी रहेगा। 

   उधर हाई कोर्ट बार एशोसिएशन के अनुसार शिक्षा सेवा अधिकरण के लखनऊ स्थित प्रधान पीठ के विरुद्ध अधिवक्ता समाज की  लड़ाई जारी रहेगी। कल दिनांक 27.02.2021 को भी अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे जबकि सोमवार से शहर के अन्य संगठनों को भी जोड़कर आंदोलन को वृहद रूप दिया जायेगा।

   बता दें कि आज हाई कोर्ट इलाहाबाद के अधिवक्ताओं ने गेट न0 3 से न्यायविद पवनसुत हनुमान मंदिर, पत्थर गिरिजाघर होते हुए सुभाष चौराहा तक पैदल मार्च निकाला जिससे पूरे प्रयागराज महानगर के सभी चौराहों व सड़कों पर भारी जाम लग गया। इस अवसर पर आर बी पाल, तरुण कुमार त्रिपाठी, बी एस त्रिपाठी, कमल सिंह, विनय मिश्र, अशोक सिंह, अमित सिंह, विश्वनाथ मिश्र,अनुज मिश्र, राजेश त्रिपाठी आदि हजारों अधिवक्ता पैदल मार्च में शामिल रहे।