निर्मल मन से रामकथा के पाठ व श्रवण से सभी मनोकामना पूर्ण होती है ---आचार्य शांतनु महाराज


---भूखी मानवता की सेवा ही ईश्वरीय सेवा।

---भूखमुक्त भारत संकल्प भईया जी का दाल-भात परिवार द्वारा रामकथा का आयोजन।


कादीपुर, सुल्तानपुर। भूखमुक्त भारत संकल्प भईया जी का दाल-भात परिवार के द्वारा सुल्तानपुर जनपद के कादीपुर तहसील अंतर्गत माँ सती धाम (गजेंद्रपुर) में 5 से 11 मार्च 2021 तक श्रीराम कथा का आयोजन किया गया है। कथाव्यास  आचार्य शांतनु महाराज द्वारा आज से रामकथा शुरू की गई है।

    जानकारी के अनुसार भूखी मानवता की सेवा में समर्पित भईया जी का दाल–भात परिवार के सहयोगार्थ श्री रामकथा के प्रथम दिवस पर आचार्य शांतनु महाराज ने कहा कि भगवान की असीम कृपा से ही हम सब सन्मार्ग की ओर प्रेरित होते है माता पार्वती के शंका समाधान करते हुए महादेव ने बताया कि देवी ईश्वर सगुण भी है और निर्गुण भी भक्त जिस रूप में चाहता है प्रभु उसी रूप में भक्तों को दर्शन देते है भईया जी का दाल–भात परिवार पिछले तीन वर्षो से भूखी मानवता की सेवा में प्रयागराज स्थित लेटे हुए हनुमान जी मंदिर के सामने हजारों जरूरतमंद लोगों को प्रतिदिन भोजन करा कर भूखी मानवता की सेवा कर रही है । मानस की महिमा बताते हुए पूज्यश्री ने कहा कि ये रामायण कल्पबृक्ष के समान है इसको गाने वाला जो चाहता है वो उसको मिलता है परंतु शर्त है कि इसे निर्मल मन से गाया जाय आज कथा में अतुल कुमार गुड्डू मिश्र, जिला संघ चालक (जौनपुर) डा. विवेक सिंह जी , कार्यक्रम संयोजक गौरव सिंह ‘वत्स’ , फतेह बहादुर सिंह जी , लक्ष्मी गुप्ता जी , सत्य नारायण पाण्डेय जी अन्य विशिष्ट अतिथि एवं श्रद्धालु जन उपस्थित रहें

भगवान शिव के विवाह की कथा सुनाते हुए पूज्य महाराज जी ने कहा कि शिव और पार्वती श्रद्धा और विश्वास के प्रतीक है इसीलिए रामकथा में पहले शिव और पार्वती की कथा है पूज्य महाराज जी ने भगवान शिव की बारात का दर्शन कराते हुए कहा कि उनकी बारात में भूत प्रेत भी शामिल थे परंतु वे भी बहुत ही संयमित थे परांठे आज की क्या स्थिति है हम सब को इस पर विचार करना चाहिए साथ ही साथ महाराज जी ने समाज मे व्याप्त अनेक कुरीतियो पर कुठाराघात किया।