जंघई।बरियांवा पूरेडीह गाँव में सुरेश पांडेय, सुधाकर पांडेय के यहाँ चल रही श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण रुक्मणी विवाह का आयोजन हुआ जिसे बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। कथावाचक आचार्य स्वरुपानँद महाराज ने रास पंच अध्याय का वर्णन किया उन्होंने कहा कि महारास में पांच अध्याय है। उनमें गाए जाने वाले पंच गीत भागवत के पंच प्राण है। जो भी ठाकुरजी के इन पांच गीतों को भाव से गाता है वह भव पार हो जाता है। उन्हें वृंदावन की भक्ति सहज प्राप्त हो जाती है। कथा में भगवान का मथुरा प्रस्थान, कंस का वध, महर्षि संदीपनी के आश्रम में विद्या ग्रहण करना, कालयवन का वध, उधव गोपी संवाद, ऊधव द्वारा गोपियों को अपना गुरु बनाना, द्वारका की स्थापना एवं रुक्मिणी विवाह के प्रसंग का संगीतमय भावपूर्ण पाठ किया गया। भारी संख्या में भक्तगण दर्शन हेतु शामिल हुए। कथा के दौरान महाराज ने कहा कि महारास में भगवान श्रीकृष्ण ने बांसुरी बजाकर गोपियों का आह्वान किया और महारास लीला द्वारा ही जीवात्मा परमात्मा का ही मिलन हुआ। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने 16 हजार कन्याओं से विवाह कर उनके साथ सुखमय जीवन बिताया। भगवान श्रीकृष्ण रुक्मणी के विवाह की झांकी ने सभी को खूब आनंदित किया।इस अवसर पर अरविंद पांडेय, विनय सिंह क्षेत्रीय प्रबंधक यूपी.एग्रो प्रयागराज, राजा मौर्या मंडल अध्यक्ष भाजपा युवा मोर्चा प्रतापपुर, अशोक दुबे, बबलू सिंह, राजीव दुबे प्रधान बरियावा, कृष्णा पांडेय सहित तमाम लोग मौजूद रहे।