जंघई।असवां जंघई गाँव में बाबा मिश्रा के आवास पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में कथा वाचिका मैहर धाम से पधारी अन्नपूर्णा माता ने कहा कि मनुष्य जीवन में जाने अनजाने प्रतिदिन कई पाप होते है। उनका ईश्वर के समक्ष प्रायश्चित करना ही एक मात्र मुक्ति पाने का उपाय है। उन्होंने ईश्वर आराधना के साथ अच्छे कर्म करने का आह्वान किया। उन्होंने जीवन में सत्संग व शास्त्रों में बताए आदर्शों का श्रवण करने का आह्वान करते हुए कहा कि सत्संग में वह शक्ति है, जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती है। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों को अपने जीवन में क्रोध, लोभ, मोह, हिंसा, संग्रह आदि का त्यागकर विवेक के साथ श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए। भागवत कथा के दौरान कपिल चरित्र, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र, जड़ भरत चरित्र, नृसिंह अवतार आदि प्रसंगों पर प्रवचन करते हुए कहा कि भगवान के नाम मात्र से ही व्यक्ति भवसागर से पार उतर जाता है। उन्होंने भगवत कीर्तन करने, ज्ञानी पुरुषों के साथ सत्संग कर ज्ञान प्राप्त करने व अपने जीवन को सार्थक करने का आह्वान किया। भजन मंडली की ओर से प्रस्तुत किए गए भजनों पर श्रोता भाव विभोर होकर नाचने लगे। इस अवसर पर यजमान विजय कुमार मिश्रा, विनोद मिश्रा, डाक्टर अशोक मिश्रा, अनिल मिश्रा, डाक्टर शैलेंद्र, गिरिजा शंकर, विनय कुमार, संदीप, प्रदीप, राघवेंद्र, वीरेंद्र, आशुतोष, अमित, अभिषेक, अनुराग, शिवेंद्र, सुमित, गौरव, अंशुमान, प्रांजल, प्रत्युश, प्रखर, यश, अभ्दुय, शिवाय, प्रज्ञान, आरव सहित तमाम लोग मौजूद रहे।