प्रतापपुर।हरभानपुर, खोजापुर प्रधान एवं यजमान उर्मिला भूलेश्वर नाथ त्रिपाठी के निवास पर आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के छठे दिन कथा व्यास मदन मोहन महाराज ने अपने प्रवचन में भगवान श्री कृष्ण के बाल लीला का वर्णन किया।कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने बाल लीला करते हुए इन्द्र का अभिमान भंग किया और गोवर्धन पर्वत की पूजा बृज वासियों को करा कर विश्व को प्रकृति की रक्षा करने का ज्ञान दिया। फिर वृन्दावन आकर पूरे गोपीयो के साथ महारास कर उन्हे सुख दिया। कंस के बुलावे पर मथुरा आए और मथुरा वासी को आनंदित करते हुए कंस की सभा तक आए और मल्ल युद्ध कर कई राक्षसों का संहार किया और अंत मे कंस का वध कर मोक्ष प्रदान किया।कंस के वध करने के बाद पूरे मथुरा मे खुशी की लहर दौड़ गई। भगवान ने कारागार से अपने नाना को मुक्त कराया और मथुरा का राज्य सोप दिया। भगवान ने गुरु सानदीपनी जी के आश्रम मे विद्या अर्जित की मगध के राजा जरासंध को 17 बार हराया और 18 वीं बार रणक्षेत्र से भागे। जिससे भगवान रणछोड़ कहलाए। अंत मे भगवान श्रीकृष्ण का विवाह रुक्मणी जी के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर रमेश तिवारी, दयाराम पांडेय, राजितराम पांडेय, राजू तिवारी, मनोज तिवारी, मानिकचंद, बासुचंद, श्यामसुंदर शुक्ला, राजेंद्र प्रसाद शुक्ला, अमरबहादुर, लालजी यादव, राममूर्ति यादव, रामजी शुक्ला, दिनेश पांडेय, गौरीशंकर शुक्ला, बनारसी शुक्ला, सीताराम मिश्रा, राजाराम मिश्रा, शालिगराम मिश्रा, जगदीश तिवारी, अश्विनी शुक्ला, हरिमोहन, रमेश, कमलेश गौतम, साहब लाल गौतम, फूलचंद गौतम, लालचंद गौतम, श्यामनारायण शुक्ला, रामचंद्र शुक्ला, बीडी सिंह, राजेंद्र प्रसाद मिश्रा, मिथिलेश तिवारी, संजय मिश्रा, उदयराज यादव, लाल बहादुर यादव, श्री नारायण शुक्ला, अवधेश त्रिपाठी, पंकज मिश्रा, सचिन तिवारी, विवेक तिवारी, विशाल तिवारी, प्रतिमा मिश्रा, ममता मिश्रा, प्रतिभा, मनोरमा, चिंता देवी, कुसुम देवी, शामली देवी, पूजा तिवारी, काजोल तिवारी आदि उपस्थित रहे।