जंघई।मानसून की एक सप्ताह पूर्व शुरू हुई बारिश से जहां खेत में पानी लग गए वहीं सड़कों पर भी जगह-जगह पानी लग गए और कीचड़ भी फैला नजर आ रहा। बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिल गई है। तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई धान की रोपाई की तैयारी के लिए किसानों ने खेतों में जी तोड़ काम शुरू कर दिया है। सप्ताह भर से रुक रुक कर हो रही बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। इसके साथ ही धान की रोपाई का काम भी तेज हो गया है यह बारिश फसलों के लिए संजीवनी बूटी से कम नहीं है। क्षेत्र में हुई बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत महसूस हुई तो वहीं किसानों के चेहरों पर भी रौनक आ गई। बारिश न होने के कारण खेतों में दरारें पड़ने लगी थी। जिससे किसान धान की रोपाई को लेकर मायूस हो गए थे। किसान जैसे-तैसे निजी संसाधनों से अपनी फसल को बचाने में जुटे हुए थे हालांकि छोटे किसान फसल की सिंचाई व रोपाई के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाए थे। दरअसल 15 जून से धान की रोपाई का काम शुरू हो जाता है लेकिन इस बार बारिश देरी से होने के कारण धान की रोपाई भी देरी हो रही थी। कुछ किसानों की नर्सरी सूखने की कगार पर थी। जिसे बचाने के लिए किसानों ने निजी संसाधनों से उसे बचाने का प्रयास किया।