जंघई।जंघई जंक्शन रेलवे स्टेशन के पूर्वी फाटक 51 बी के पास पुलिस की मौजूदगी मे रेलवे ने अतिक्रमण ढहा दिया। इस दौरान मकान मालिक हंगामा भी करते रहे पर अधिकरियों ने एक ना सुनी और दो मंजिला मकान भी ढहा दिये गये।वाराणसी प्रतापगढ़ रेलवे रुट पर स्थित जंघई जंक्शन रेलवे स्टेशन पर इन दिनों सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है मछलीशहर जंघई मार्ग पर स्थित स्टेशन का पूर्वी रेलवे फाटक 51बी के पास रेलवे विभाग द्वारा रास्ता डायवर्ट किया जा रहा है इस दौरान रेलवे की जमीन पर पड़ने वाले मकानों को गिराने का रेलवे ने पहले ही नोटिस दिया था तब भारतीय किसान यूनियन  ने किसानों के साथ धरना प्रदर्शन करके विरोध किया था और रेलवे प्रशासन पर आरोप लगाया गया था कि रेलवे विभाग किसानों की जमीन को अपना बता रही है इसी विरोध को देखते हुए रेलवे ने भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अतिक्रमण ढहाने का काम शुरु किया। मीरगंज थानाध्यक्ष मयफोर्स, जीआरपी, आरपीएफ, पीएससी की मौजूदगी मे मकानों को जेसीबी से ढहाना शुरु किया तो महिलाओं ने विरोध शुरु किया तो ढहाने का काम कुछ देर के लिए बंद हो गया। इसी बीच तहसीलदार मछलीशहर सुदर्शन राम से लोग दो दिन की मोहलत मांगते रहे पर प्रशासन ने एक नही सुनी और मकान ढहा दिये गये।रेलवे की कार्यवाही मे राकेश गौड़, महेश गौड़, रमेश गौड़, उमेश गौड़, कन्हैया गौड़, अवधेश गौड़, पन्नालाल गौड़, सुरेन्द्र यादव, सेवक यादव के मकान को ढहा दिया गया। लोगो का आरोप है की रेलवे विभाग ने लोगो की जमीन पर जबरदस्ती चिन्ह लगाकर मकान गिरा दिया। पुश्तैनी मकान आंखों के सामने गिरता देख परिवार के समस्त सदस्य फफक कर रो पड़े क्योंकि सभी लोग बेघर हो गए।