देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने तीखे बयानों की वजह से लोगों के बीच काफी सुर्खियां बटोरते रहे हैं। योगी आदित्यनाथ को हिन्दुत्व के फायरब्रांड चेहरे के रूप में जाना जाता है। पहले सन्यासी फिर सांसद और फिर 19 मार्च 2017 को यूपी के सीएम बनने वाले योगी का युवाओं में भी काफी क्रेज है। आज हम लाए हैं योगी आदित्यनाथ की जिंदगी से जुड़े कुछ महत्‍वपूर्ण तथ्य- ? 5 जून 1972 को उत्तराखंड में जन्मे योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है। योगी आदित्यनाथ हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं। ? योगी ने साल 1992 में गणित से बीएससी की डिग्री प्राप्त की थी। इसके बाद एमएससी की पढ़ाई के दौरान वह गुरु गोरखनाथ पर शोध करने के लिए गोरखपुर गए हुए थे। जहां गुरु गोरखनाथ की दृष्टि इन पर पड़ी और तभी से योगी पूर्ण रूप से एक सन्यासी बन गए। ? सन्यासी बनने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल कर योगी आदित्यनाथ रख लिया था। योगी ने एक बार एक बाघ के बच्‍चे को दूध पिलाया था जिसकी तस्‍वीरें जनता के सामने आ चुकी हैं। ? योगी आदित्यनाथ देश की बारहवीं लोक सभा 1998-1999 के सबसे युवा सांसद के तौर पर जाने जाते हैं। योगी अब तक पांच बार सांसद बन चुके हैं। ? साल 2008 में योगी आदित्यनाथ पर यूपी के आजमगढ़ में जानलेवा हमला हुआ था। परंतु उस हमले में वह किसी तरह बाल-बाल बचने में कामयाब हुए। ? योगी आदित्यनाथ अब तक कई सारे मामलों में जेल जा चुके हैं और उनके ऊपर सीआरपीसी की धारा 151 A , 146, 147, 279 और 506 लगाई जा चुकी है। उन पर हत्या के प्रयास और दंगे भड़काने को लेकर कई सारे मामले दर्ज हैं। ? कहा जाता है कि 2005 में उन्होंने कथित तौर पर 1830 की संख्या में ईसाइयों को शुद्धीकरण कर हिंदू धर्म में शामिल कर लिया था। योगी के आदेश पर गोरखनाथ मंदिर में होली और दीपावली जैसे त्यौहार एक दिन बाद मनाए जाते हैं। ? अपने बगावती तेवर वाले योगी ने 2007 में यूपी चुनाव को लेकर अपने पसंदीदा उम्मीदवारों की लिस्ट भाजपा के शीर्ष नेताओं के पास भेजी थी। पर जब उनकी मांग नहीं मानी गई तो उनका पार्टी से मतभेद हो गया था, बाद में किसी तरह हस्तक्षेप करके इस मामले को सुलझाया गया। ? योगी ने उत्तर प्रदेश के तीसरे सबसे युवा मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण किया है। इसके साथ ही साथ देश में पहली बार उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं। ? योगी पर विजय त्रिवेदी की लिखी किताब 'सत्ता के सिंहासन पर संन्यासी का एक साल' में उनसे जुड़ी कई कहानियां हैं। योगी को कारों का बहुत शौक है। उन्‍हें आभूषणों का भी बहुत शौक है। इनके पास अष्ट धातु के कुंडल, सोने की चेन और रुद्राक्ष की माला है।