कुंभ-2019 दुनिया का आयोजन बनने जा रहा है। नजारा भी ओलंपिक जैसा होगा। मेला क्षेत्र में सभी देश के झंडे लगाए जाएंगे। इतना ही नहीं सभी देशों के राजदूत भी इस आयोजन का हिस्सा होंगे। भारत सरकार की ओर से इन्हें आमंत्रण भेजा गया है। प्रवासी भारतीयों के अलावा अन्य विदेशी प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करने की तैयारी है। विदेशी सैलानियों के जमघट की संभावना को देखते हुए भव्य आयोजन की तैयारी अभी से शुरू हो गई है। कुंभ को यूनेस्को के धरोहर में शामिल किया जा चुका है। आगामी कुंभ इस उपलब्धि की सार्थकता और भव्यता का गवाह बनने जा रहा है। विश्व पर्यटन के मानचित्र पर स्थान दिलाने के लिए सरकार ने ‘भव्य कुंभ दिव्य कुंभ’ का नारा दिया है और उसी के अनुरूप काम शुरू हो चुका है। इस बार विदेशी सैलानियों को आमंत्रित करने के लिए विशेष तैयारी की गई है। हर देश से प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा। कुंभ की महत्ता बताने के लिए कई बड़े देशों में रोड शो की योजना बनाई गई है।

फ्रांस आदि देशों से इसकी शुरुआत भी हो चुकी है। विदेशी सैलानियों को अपनत्व का एहसास कराने तथा किसी तरह की असुविधा न हो इस मकसद से कुंभ मेला क्षेत्र का एक हिस्सा उनके लिए होगा। वहां सभी देशों के झंडे भी लगेंगे। कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि हर देश के प्रतिनिधियों और पर्यटकों को आमंत्रित किया जाएगा। इस मकसद से विदेशों में रोड शो की शुरुआत हो चुकी है। कई अन्य आयोजन भी होंगे। विदेशियाें के लिए बनने वाले टेंटेज सिटी का प्रारूप तैयार करने की जिम्मेदारी इनोवेशन टीम को दी गई है।

प्रवासी भारतीय होंगे कुंभ का हिस्सा प्रवासी भारतीय भी कुंभ-2019 का हिस्सा होंगे। आगामी भारतीय प्रवासी सम्मेलन 21 से 23 जनवरी के बीच वाराणसी में आयोजित में होगा। इसमें शामिल होने वाले प्रतिनिधियों को कुंभ दिखाने की तैयारी है। इसी क्रम में प्रवासी भारतीय 24 जनवरी को कुंभ मेला में होंगे। इसके लिए आमंत्रण भेजा जा चुका है।