इलाहाबाद।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता उदयभान करवरिया को 10 दिन की पैरोल मिल गयी है। शुक्रवार को हाईकोर्ट की एकलपीठ में न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने बीजेपी नेता को पैरोल देने की याचिका पर सुनवाई करते हुए 10 दिन का पैरोल देने का निर्देश दिया है। जानकारी के अनुसार पत्नी की बीमारी को देखते हुए कोर्ट ने पैरोल देने का निर्णय किया है।

जिले की राजनीति में धाक रखने वाला करवरिया परिवार किसी परिचय का मोहताज नहीं है। इलाहाबाद के बारा से बीजेपी के पूर्व विधायक उदयभान करवरिया को अपना रसूख भी किसी से कम नहीं है।

वही करवरिया परिवार के समर्थकों में खुशी का माहौल है। सर्मथकों में इतनी खुशी है जैसे पैरोल नहीं रिहाई मिल रही है। प्रशासन भी पैरोल की अवधि को लेकर पूरी सतर्कता बरता रहा है।

सपा विधायक की हत्या के आरोप में जेल में बंद है करवरिया बंधु सपा विधायक जवाहर पंडित की हत्या के आरोप में करवरिया बंधु जेल में बंद है। उदयभान करवरिया के अतिरिक्त उनके दो भाई पूर्व सांसद फूलपुर कपिलमुनि व सूरजभान करवरिया पिछले दो साल से जेल में बंद हैं। 13 अगस्त 1996 को इलाहाबाद के सिविल लाइंस में गोली मार कर जवाहर पंडित सहित दो अन्य लोगों की हत्या कर दी गयी थी। इलाहाबाद में पहली बार एके-47 से गोलियां तड़तड़ाई थी। हत्याकांड का आरोप करवरिया बंधूओं पर लगा है। इस मर्डर केस को लेकर सियासी तूफान आ गया था।

करवरिया परिवार का राजनीतिक रसूख बहुत बड़ा है। कपिलमूनि करवरिया ने बसपा के टिकट से फूलपुर लोकसभा चुनाव जीता था। उदयभान करवरिया ने बीजेपी के टिकट से बारा से विधायक का चुनाव जीता था और वर्तमान समय उदयभान करवरिया की पत्नी नीलम करवरिया मेजा से बीजेपी की विधायक है। जबकि तीसरे भाई सूरजभान बसपा के टिकट से एमएलसी बने थे।