जनपद में भव्य तरीके से मनाया गया उत्तर प्रदेश दिवस
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✍?✍?पत्रकार अतुल कुमार यादव की रिपोर्ट---

प्रतापगढ़।उत्तर प्रदेश दिवस-2020 आज क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान अफीम कोठी के सभागार में भव्य तरीके से मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम विकास विभाग मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ‘‘मोती सिंह’’ सम्मिलित हुये। इस दौरान उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर विधायक विश्वनाथगंज डा0 आर0के0 वर्मा, विधायक सदर राजकुमार पाल, प्रतापगढ़ सांसद के प्रतिनिधि दिनेश गुप्ता, विधायक रानीगंज के प्रतिनिधि नीरज ओझा, जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही, पूर्व विधायक हरि प्रताप सिंह सहित जनपद स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी तथा अन्य सम्भ्रान्त लोग उपस्थित रहे। उत्तर प्रदेश दिवस का शुभारम्भ कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह‘‘मोती’’ ने दीप प्रज्जवलन कर किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस की शुरूआत करने के लिये मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं पूर्व राज्यपाल राम नाईक को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस को गणतंत्र दिवस के पूर्व एक पर्व मनाने की परम्परा की शुरूआत की गयी जिसके माध्यम से हमें आत्म अवलोकन का अवसर मिला है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने जनपद के शिक्षा के क्षेत्र में योगदान करने वाले महापुरूषों एवं जनपद के किसान आन्दोलन को याद करते हुये अनुरोध किया कि आने वाली पीढ़ी को महापुरूषों से सबक लेते हुये प्रतापगढ़ को शिक्षा में अहम भूमिका निभानी चाहिये। उन्होने राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बालिकाओं को अपना आर्शीवाद प्रदान करते हुये कहा कि समाज में बालिकाओं के प्रति दृष्टिकोण परिवर्तन पर बल दिया जाये। बालिकायें सभी क्षेत्रों मे ंउत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही है उन्हें समुचित अवसर प्रदान करना हम सबका दायित्व है। देश में महिलाओं की रक्षा और सशक्तिकरण के बिना विकास किसी भी कीमत पर सम्भव नही है। उन्होने कहा कि समाज में बेटी और बहू दोनो को समान रूप से देखने का संदेश दिया। उन्होने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के विषय में बताया कि बालिकाओं को जन्म से लेकर उनके उच्च शिक्षा तक 15000 रू0 की सहायता दी जा रही है, इस योजना से बालिकाओं के शिक्षा, स्वास्थ्य और उच्च शिक्षा में उनकी भागदारी बढ़ेगी। कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने बेसिक शिक्षा विभाग पुलिस लाईन स्थित आवासीय लर्निंग कैम्प की बालिका माया सरोज द्वारा प्रस्तुत किये गये गीत ‘‘वतन को जगाकर जो खुद सो गये’’ की प्रशंसा की। उन्होने कहा कि प्रस्तुत गीत में जो बच्ची ने कहा कि ‘‘वतन को जगाकर जो खुद सो गये’’ उन अमर शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि देने का इससे बेहतर अवसर नही हो सकता, अमर शहीदों की कुर्बानी को याद किया जाये और आने वाली पीढ़ी को इसके विषय में बताया जाये। इस अवसर पर मंत्री जी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अन्तर्गत मेरी बेटी मेरा स्वाभिमान की शपथ भी दिलायी। कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने उत्तर प्रदेश दिवस के भव्य आयोजन के लिये जिलाधिकारी एवं जिला सूचना अधिकारी के प्रति आभार प्रकट किये।
इस दौरान जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने कहा कि हमारा उत्तर प्रदेश आज के ही दिन इसका नामांकरण हुआ था। उन्होने कहा कि 16वीं सदी में व्यापार हेतु ईस्ट इण्डिया कम्पनी की स्थापना की गयी थी, वर्तमान में व्यापार की प्रगति में बहुत ही सुधार हो रहा है। जनपद प्रतापगढ़ में संचालित योजनाओं पर शत् प्रतिशत कार्य किया जा रहा है और प्रतापगढ़ बदल रहा है। उन्होने कहा कि कृषक योजनाओं में किसानों की आय को दुगुना करने सम्बन्धी कार्यक्रम बहुत ही अच्छे ढंग से चलाये जा रहे है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अन्तर्गत जनपद के 3.50 लाख किसानों को तीन वर्ष के अन्दर लाभ मिला है। प्रतापगढ़ में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से 2 लाख 6 हजार परिवारों को सुविधा मुहैया करायी जा चुकी है और जनपद में 3 साल के अन्दर 1 लाख 71 हजार गोल्डेन कार्ड का वितरण किया गया है। जिलाधिकारी ने जनपद में संचालित विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने वाले लाभार्थियों की समुचित जानकारी उपलब्ध करायी।
उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर विधायक विश्वनाथगंज डा0आर0के0 वर्मा, विधायक सदर राजकुमार पाल, प्रतापगढ़ सांसद के प्रतिनिधि दिनेश गुप्ता, पूर्व विधायक हरि प्रताप सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त कर सम्बोधित किये। कार्यक्रम का संचालन मो0 अनीस प्रवक्ता द्वारा किया गया। उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने एक जनपद एक उत्पाद योजना एवं विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के प्रशिक्षण प्राप्त 05-05 प्रशिक्षार्थियों को टूलकिट एवं प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। इसी प्रकार कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने कुम्हार/प्रजापति समाज के 05 लोगों को निःशुल्क इलेक्ट्रानिक कुम्हारी चाक का वितरण किया। कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने भाषण प्रतियोगिता में यू0पी0 में उत्कृष्ट कार्य हेतु रिषिता सिंह तथा उत्कृष्ट विज्ञान शिक्षण में योगदान करने वाली रशमी मिश्रा सहायक अध्यापिका उच्च प्रा0वि0 मरूआन बेलखरनाथधाम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री, विधायकगण एवं अन्य अधिकारियों ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के हस्ताक्षर अभियान पर अपने हस्ताक्षर भी किये। क्षेत्रीय अफीम कोठी के परिसर में कैबिनेट मंत्री ने दिव्यांगजनों को कृत्रिम पैर, कान की मशीन, वैशाखी व अन्य उपकरण तथा ट्राइसाइकिल का वितरण कर हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
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मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजनान्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के युवक अपना उद्योग स्थापित कर, हो रहे हैं आत्मनिर्भर।

प्रतापगढ़।
उत्तर प्रदेश में 2011 जनगणना के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र की आबादी 77 प्रतिशत से अधिक है। ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमों की कमी दूर करने के लिए प्रदेश सरकार अनेक योजनायें संचालित कर रही है। कोई उद्योग व रोजगार की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षित बेरोजगारों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी होना स्वाभाविक है। सरकार जहां प्रदेश के युवक/युवतियों को विभिन्न ट्रेड्स में प्रशिक्षण दिलाकर स्वउद्यम लगाने हेतु आर्थिक सहयोग, ऋण आदि देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती बेरोजगारी का समाधान करने तथा अधिक से अधिक रोजगार का अवसर गांव में ही उपलब्ध कराने के ध्येय से ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग लगाने के लिए मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना संचालित की है, जिसमें व्यक्तिगत उद्यमियों को पूंजीगत ऋण रु0 10 लाख तक की वित्तीय सहायता बैंकों के माध्यम से प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अन्तर्गत सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को पूंजीगत ऋण 4 प्रतिशत से अधिक ब्याज की धनराशि ब्याज उपादान के रूप में उपलब्ध कराई जाती है तथा अन्य सभी उद्यमियों द्वारा बैंकों को देय समस्त ब्याज अनुदान के रूप में सरकार द्वारा भुगतान किये जाने का प्राविधान है। सरकार द्वारा संचालित इस योजनान्तर्गत आई0टी0आई0, पॉलिटेक्निक संस्थाओं से तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त बेरोजगार नवयुवक/ नवयुवतियों को लाभान्वित करने के लिए प्राथमिकता दी जाती है। इसके अलावा शिक्षित बेरोजगार जिनकी सरकारी सेवा हेतु आयु समाप्त हो गई हो, एस0जी0एस0वाई0 तथा शासन की अन्य योजनान्तर्गत प्रशिक्षित अभ्यर्थी, परम्परागत कारीगर, स्वतः रोजगार में रूचि रखने वाली महिलाएं, व्यावसायिक शिक्षा के अन्तर्गत ग्रामोद्योग विषय से उत्तीर्ण अभ्यर्थी, संबंधित जिले के सेवायोजन कार्यालय में पंजीकरण कराये हुए अभ्यर्थियों को भी इस योजना में लाभान्वित किया जाता है। लाभार्थियों का चयन उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड/शासन द्वारा गठित चयन समिति के माध्यम से सम्बंधित जिले के लिए होता है। लाभार्थी की आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
प्रदेश सरकार इस योजना के अन्तर्गत 50 प्रतिशत तक अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के लाभार्थियों को लाभान्वित करती है। उद्यमी के चयन के समय सम्बंधित उद्योग में स्थानीय कच्चे माल की उपलब्धता का आंकलन भी किया जाता है तथा स्थानीय उपभोक्ताओं की दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं के उत्पादन करने वाली इकाईयों को वरीयता दी जाती है। इस योजनान्तर्गत सभी पात्र उद्यमियों को सावधि ऋण/कार्यशील पूंजी सम्मिलित करते हुए रु0 10 लाख तक के बैंक ऋण पर ब्याज उपादान दिया जाता है। उद्यम स्थापना के समय सामान्य वर्ग के उद्यमियों को प्रोजेक्ट लागत का 10 प्रतिशत तथा अन्य वर्ग के उद्यमियों को प्रोजेक्ट लागत का 5 प्रतिशत अंशदान स्वयं वहन करना होता है।
प्रदेश सरकार की रोजगारपरक इस योजना का लाभ प्रदेश के युवक/युवतियां ले रहे हैं। इस योजनान्तर्गत जहां स्थाई रूप से उद्योगों की स्थापना हो रही है, वहीं हजारों लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजनान्तर्गत प्रदेश में वर्ष 2018-19 में 4215.07 लाख रु0 का पूंजी निवेश करते हुए 809 उद्योग इकाईयां स्थापित हुई और 16863 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। चालू वित्तीय वर्ष में रु0 4000.00 लाख से अधिक पूंजी निवेश, 800 से अधिक उद्योग इकाईयां स्थापित एवं 16 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है।
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