भारत देश की संस्कृति की सुरक्षा करना मिडिया अख़बार की मुख्य भूमिका   भगवन्त यादव 

  

कुशीनगर के कलम से

उक्त सम्पादकीय बिचारणीय बिषय है

भारत संस्कृति सभ्यता और धार्मिक परम्पराओं का निर्वहन करने वाला देश है इसकी सुरक्षा और सद्भभावना बनाना  अख़बार सोसल मिडिया और टीवी चैनल के प्रमुख सम्पादक गण का मुख्य भूमिका है  

बताते चलें कि भारत को कृषि प्रधान देश के रूप में दुनिया में जाना जाताहै तथा भगवान राम  कृष्ण गौतम बुद्ध तथा गूरूनानक कबीर दास आदि महापुरुषों के जीवनी को ही हम आज भी अपने जीवन में उतारने का कार्य करते हैं आधुनिक भारत को डिजिटल इंडिया बनाने की सफलता तो सरकार व देश के विद्वान बैज्ञानिकों द्वारा किया जा रहा है लेकिन हमारे परिवार समाज गांव वालों शहरों में जो देखा जा रहा है उसमें नैतिकता व संस्कृति का गिरावट देखा जा रहा है हत्या ब्लात्कार राहजनी छेड़छाड़ व यहां तक कि पति-पत्नी बच्चों में भी परिवारिक सद्भभाव समाप्त होने से हत्याये भी हो रही है न्यायालय में मुकदमे की भरमार थाने व कचहरी में भारी भीड़ देखने को मिल रही है ऐसे में अखबार मिडिया में भी क्राईम व करेप्शन  की खबरो को ही मान्यता दी जारही है जो देश हित में घातक है मैने इस पर  विद्वान लेखको समाजिक लोगों साधू-संतों से बिचारी विमर्श लिया तो   मानना है कि ऐसे खबरों को सुर्खियों में न लिखा और दिखाया जाय जिससे हमारे देशवासियों के संस्कृति पर चोट पहुंचे हमारा मानना है कि देश और समाज की तरक्की हेतु  नौनिहाल बच्चों छात्र-छात्राओ महिलाओं  को साकारात्मक खबरों को ही पढ़ाया जाय तथा टीवी चैनल पर प्रसारित किया जाय अश्लील विज्ञापन अश्लील गानों पर पूर्णतया रोक लगाने के साथ नैतिकता का पाठ पढ़ाये जाने की आवश्यकता इस समयकी मांग है

लेखक

भगवन्त यादव सह सम्पादक