जंघई। सरायममरेज थानांतर्गत महरछा गांव निवासी अशोक सरोज के दो पुत्रों में बड़े शिवा सरोज उम्र 20 वर्ष दिल्ली में रहकर किसी कंपनी में नौकरी करता था।गुरुवार को वह नई  दिल्ली स्टेशन से काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस पकड़ कर जंघई स्टेशन के लिए निकला और ट्रेन के अंदर रास्ते में कहीं जहर खुरानी का शिकार हो गया।अमेठी के पास जायस स्टेशन पर वह लड़खड़ाते कदमों से देर रात में उतर गया, उतरने से पहले शिवा ने लड़खड़ाती जुबान में करीब 11 बजे अपनी मां से बात किया था लेकिन स्पष्ट बात नहीं हो पाई मां के अनुसार वह शायद रायबरेली स्टेशन पहुंचा था। परिजनों में किसी अनहोनी की आशंका हुई रात भर जागकर शिवा को फोन लगाया लेकिन फोन नहीं उठा।शुक्रवार भोर में स्टेशन अधीक्षक जायस स्टेशन को यात्रियों ने सूचना दिया कि एक अज्ञात शव जायस स्टेशन के समीप पड़ा है तो स्टेशन अधीक्षक ने जीआरपी, आरपीएफ को सूचना दी। मौके पर पहुंची जीआरपी, आरपीएफ ने शिवा के शव की जांच पड़ताल किया तो उसका मोबाइल मिल गया मोबाइल में एक नंबर से अधिक मिस काल आया था, तो पुलिस ने उस नंबर पर फोन लगाया तो वह नंबर शिवा के घर का था, पुलिस ने शिवा के परिवार को सूचना दिया तो रोते बिलखते परिजन अमेठी जनपद के जायस स्टेशन पहुंचे तो शिवा की पहचान किया।शिवा का सब सामान गायब था केवल मोबाइल और कुछ पैसे उसकी जेब में मिलें। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर शिवा जहर खुरानी का शिकार हो गया था पेट में अधिक जहर होने के कारण उसकी मृत्यु हो गई।शनिवार को शव जायस, अमेठी से शिवा के घर महरछा पहुंचने पर परिजनों में कोहराम मच गया रोते बिलखते परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया।