जंघई।श्रीकृष्ण चेतना समिति बजती गांव की कृष्ण लीला मंचन में बुधवार को गोवर्धन पूजा का मंचन किया गया। गोवर्धन पूजा में यह दिखाया गया कि देवराज इंद्र को अभिमान हो गया था इंद्र का अभिमान चूर करने हेतु भगवान श्री कृष्ण जो स्वयं लीलाधारी श्री हरि विष्णु के अवतार हैं ने एक लीला रची। प्रभु की इस लीला में एक दिन उन्होंने देखा के सभी बृजवासी उत्तम पकवान बना रहे हैं और किसी पूजा की तैयारी में जुटे हैं श्री कृष्ण ने बड़े भोलेपन से मईया यशोदा से प्रश्न किया कि मईया ये आप लोग किनकी पूजा की तैयारी कर रहे हैं कृष्ण की बातें सुनकर मैया बोली लल्ला हम देवराज इंद्र की पूजा के लिए अन्नकूट की तैयारी कर रहे हैं। मैया के ऐसा कहने पर श्री कृष्ण बोले मैया हम इंद्र की पूजा क्यों करते हैं मैया ने कहा वह वर्षा करते हैं जिससे अन्न की उपज होती है उनसे हमारी गायों को चारा मिलता है। भगवान श्री कृष्ण बोले हमें तो गोर्वधन पर्वत की पूजा करनी चाहिए क्योंकि हमारी गाये वहीं चरती हैं, इस दृष्टि से गोर्वधन पर्वत ही पूजनीय है और इंद्र तो कभी दर्शन भी नहीं देते व पूजा न करने पर क्रोधित भी होते हैं अत: ऐसे अहँकारी की पूजा नहीं करनी चाहिए। लीलाधारी की लीला और माया से सभी ने इंद्र के स्थान पर गोवर्घन पर्वत की पूजा की देवराज इंद्र ने इसे अपना अपमान समझा और मूसलाधार वर्षा आरम्भ कर दिया प्रलय के समान वर्षा देखकर सभी बृजवासी भगवान कृष्ण को कोसने लगे कि, सब इनका कहा मानने से हुआ है तब मुरलीधर ने मुरली कमर में डाली और अपनी कनिष्ठा उंगली पर पूरा गोवर्घन पर्वत उठा लिया और सभी बृजवासियों को उसमें अपने गाय और बछडे़ समेत शरण लेने के लिए बुलाया। इंद्र कृष्ण की यह लीला देखकर और क्रोधित हुए फलत: वर्षा और तेज हो गयी। इंद्र का मान मर्दन के लिए तब श्री कृष्ण ने सुदर्शन चक्र से कहा कि आप पर्वत के ऊपर रहकर वर्षा की गति को नियंत्रित करें और शेषनाग से कहा आप मेड़ बनाकर पानी को पर्वत की ओर आने से रोकें। इस अवसर पर प्रकाश चंद्र यादव कोटेदार बजती समिति अध्यक्ष, निर्देशक रामहित यादव पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, अनुग्रह नारायण सिंह यादव, बलराम यादव प्रधान बजती, घनश्याम यादव, गुलाब यादव, लालता प्रसाद यादव नेता, लालता प्रसाद मैनेजर, धर्मराज यादव, विजय यादव, अभिनंदन यादव, राहुल यादव नेता, पुष्पेंद्र यादव, उमेश यादव गोरे, मुलायम यादव सिंगर, अवनीश यादव सहित तमाम लोग मौजूद रहे।