जंघई।चनेथू शरीफाबाद गांव में मुख्य यजमान शिवकुमारी रामकृपाल दुबे एवं कृष्ण धर के निवास पर आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सप्ताह के तीसरे दिन कथा व्यास संजय शास्त्री महाराज ने कहा कि भागवत कथा श्रवण करने से मनुष्य का जीवन सार्थक बनता है जन्म तो हर प्राणी लेता है, लेकिन उसे अपने जीवन का अर्थ बोध नहीं होता है। बाल्यावस्था से लेकर मृत्यु तक वह सांसारिक गतिविधियों में ही लिप्त होकर इस अमूल्य जीवन को नश्वर बना देता है श्रीमद्भागवत कथा जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। जहां भी भागवत होती है, इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक ऊर्जा से सशक्त हो जाता है। महाराज ने कहा कि सत्संग में वह शक्ति है, जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती है व्यक्तियों को अपने जीवन में क्रोध, लोभ, मोह, हिंसा, संग्रह आदि का त्यागकर विवेक के साथ श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए। महाराज ने कपिल चरित्र, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र, जड़ भरत चरित्र, नरसिंह अवतार आदि प्रसंगों पर कहा कि भगवान के नाम मात्र से ही व्यक्ति भवसागर से पार उतर जाता है कथा के पश्चात आरती प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर कुलगुरु कपिल देव तिवारी महराज, शंभूनाथ दुबे, रामअधार दुबे, शेषधर दुबे, श्रीकांत दुबे, मुकेश कुमार दुबे, संतोष कुमार दुबे, अखिलेश दुबे, राजेश दुबे, बृजेश दुबे, मुन्ना दुबे, संजय दुबे, शुभम दुबे, हर्ष दुबे सहित तमाम भक्तगण मौजूद रहे।