जंघई।सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के समापन दिवस पर बरना गांव में मुख्य यजमान प्रेमा देवी एवं फूलचंद्र पीसी सिंह के निवास पर आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में कथा वाचक पंडित आशीष महाराज ने समापन दिवस पर सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि सुदामा अपनी पत्नी सुशीला के आग्रह पर अपने मित्र बाल सखा सुदामा से मिलने के लिए द्वारिका पहुंचें सुदामा द्वारिकाधीश के महल का पता पूछा और महल की ओर बढ़ने लगे द्वार पर द्वारपालों ने सुदामा को भिक्षा मांगने वाला समझकर रोक दिया, द्वारपालों की सूचना पर श्रीकृष्ण पहुंचे और गले लगाकर पांव आंसुओं से धोया तथा राज-पाट सोने चांदी देकर विदा किया। कथावाचक ने परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाकर कथा को संपन्न कराई कथा के पश्चात आरती प्रसाद वितरण किया गया रविवार को पूर्णाहुति हवन महाप्रसाद के साथ श्रीमद्भागवत कथा संपन्न हो गई। इस अवसर पर आचार्य लोलारख नाथ मिश्र, परिजनों में दीपक सिंह सोम जनसेवक एवं चार्टर्ड एकाउंटेंट, आशीष सिंह मोल्टी जिम कोच, राजमनि सिंह, जगदीश बहादुर सिंह, लाल बहादुर सिंह, पीएन सिंह, चंद्रशेखर सिंह, पंकज सिंह, विमला सिंह, पूजा सिंह सोम, कविता सिंह, संगीता सिंह, कंचन सिंह, सुनील सिंह, राजेंद्र सिंह, अशोक सिंह, जदुराज सिंह, पीएन सिंह, नागेंद्र बहादुर सिंह, प्रेम बहादुर सिंह, अजय पाल सिंह, दिनेश सिंह, विजय सिंह, रोशन सिंह, टिंकू सिंह, प्रेमनारायण सिंह, विपिन सिंह, शिवभूलन सिंह, शरद सिंह, अनिल सिंह, आनंद सिंह रामू, आकाश सिंह गोलू, शिवा, डॉ अंकित सिंह, नागेंद्र सिंह, अजय प्रताप सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष क्षत्रिय राष्ट्रीय एकता मंच, धर्मेंद्र पांडेय वरिष्ठ पत्रकार, सुनील चौहान, दुष्यंत छावड़ी महामंत्री भाजपा, राघव, अधिवक्ता दिल्ली हाईकोर्ट सुरेंद्र मिश्रा, विनोद सेंगर, राम प्रवेश राय,पंकज शर्मा, निरेंद्र नरवार, विनोद यादव, विकास चौधरी सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।