मौत की सजा के लिए बेहतर विकल्प के मामले की सुनवाई के दौरान मंगलवार को केंद्र ने सुप्रीमकोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा कि फांसी बेहतर विकल्प है । केंद्र ने कहा कि जहर के इंजेक्शन के जरिए मौत की सजा फांसी की तुलना में ज्यादा नृशंस होगी । गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में वकील ऋषि मल्होत्रा ने याचिका दायर कर मौत की सजा के लिए बेहतर विकल्प अपनाए जाने की मांग की थी । याचिका में कहा गया था कि फांसी से मौत में 40 मिनट का समय लगता है जबकि गोली मारने या फिर जहर के इंजेक्शन या इलेक्टि्रक चेयर पर कुछ ही मिनटों में अपराधी की मौत हो जाएगी । मामले की पिछली सुनवाई के दौरान शीर्ष कोर्ट ने कहा था कि विधायिका मौत की सजा के मामले में फांसी के अलावा भी विकल्प तलाश सकती है । जिसमें मौत के दौरान ज्यादा पीड़ा ना हो । हमारा संविधान दयालु है जो जीवन में निर्मलता के सिद्धांत को मानता आया है । साथ ही कोर्ट ने मामले में एटॉर्नी जनरल की मदद लेने को भी कहा था । मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान केंद्र ने कोर्ट में कहा कि फांसी मौत की सजा के लिए ज्यादा सुरक्षित तरीका है । फांसी की सजा रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस में दी जाती है, लिहाजा फांसी बेहतर विकल्प है ।