कुशीनगर में पहला कोरोना मरीज पॉजिटिव मिलने से गोरखपुर मण्डल के कुशीनगर ग्रीन जनपद से रेड हुआ कुशीनगर भगवन्त यादवसंबाददाता की रिपोर्ट। आखिर कार कुशीनगर जिला मे पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल ही गया यहां की 16 साल की किशोरी में कोरोना पाजीटिव जांच में आया है। इसका खुलासा होते ही जिले में हड़कंप मच गया है। जब कि जिले के आलाअधिकारीयों ने अपने सख्त चेतावनी व कर्मठता पर कोविड19के प्रथम व द्वितीय चरण के लाकडाउन को पार करने मे सफलता हासिल किये है लेकिन लाकडाउन तृतीय चरण मे मरीज मिलने से सोचने पर मजबूर कर दिया हैजिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक तथा स्वास्थ्य विभाग ने गांव पहुंचे गांव को सील करने तथा इसके साथ ही हाटा वार्ड नंबर 22 में बेलवनिया टोले को हॉटस्‍पॉट मानते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है। किशोरी के सैंपल की जांच दो बार करानी पड़ी, तब इसकी पुष्टि हुई। यह लड़की बीते 28 अप्रैल को कसया के अपने एक रिश्तेदार ट्रक चालक के साथ उसी की ट्रक से आयी थी। दो मई को ग्रामीणों की सूचना पर उसे हाटा सीएचसी भेजा गया, जहां थर्मल स्क्रीनिंग में शक होने पर सैंपलिंग के लिए उसे जिला अस्पताल भेजा गया था।   सीएमओ डॉ. नरेन्द्र गुप्ता ने बताया कि लड़की के पिता को कानपुर में कांशीराम आवास एलॉट हुआ है। वह वहीं ठेला लगाकर भूजा बेचता है। वह और उसके भाई का पूरा परिवार वहीं अलग-अलग अवासो में रहता था। चार महीने पहले लड़की का पिता अपनी पत्नी, छोटी बेटी बेटे के साथ गांव आ गया। लड़की पढ़ाई के लिए वहीं रह गयी। दस दिन पहले वह बीमार हुई। लड़की के कानपुर रहने वाले चाचा के परिवार ने अपने रिश्तेदार कसया के परसौनी निवासी ट्रक चालक के साथ उसे ट्रक से घर भेज दिया। 28 अप्रैल को लड़की अपने घर पहुंची। दो दिन बाद गांव के लोगों ने उसे घूमते देखा तो क्वारंटीन सेंटर भेजने की सलाह दी। 2 मई को लड़की का पिता उसे लेकर हाटा सीएचसी पर पहुंचा। थर्मल स्क्रीनिंग में शरीर का तापमान अधिक पाया गया तो हाटा सीएचसी प्रभारी डॉ. एलबी यादव ने उसे वहीं से एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेज दिया। सीएमओ को सूचना दी। सीएमओ ने उसका सैंपल निकलवा कर जांच के लिए तीन दिन पहले गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा। वहां पहली बार जांच में उसकी रिपोर्ट से डॉक्टर संतुष्ट नहीं थे। दूसरी बार सैंपल निकाल कर जांच को भेजा गया। इसकी रिपोर्ट मंगलवार को मिली, जिसमें उसे पॉजिटिव पाया गया। सीएमओ ने बताया कि लड़की को सेवरही क्वारंटीन सेंटर से गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है। जिला प्रशासन ने गांव के हर रास्ते सील करदिया है