जंघई।देवबरा, पिपरी गांव में मुख्य यजमान अजय कुमार पांडेय सावित्री पांडेय, अशोक कुमार पांडेय उषा पांडेय के निवास पर आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के समापन दिवस पर कथा व्यास आचार्य धीरु भाई जी महाराज ने सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि मित्रता कैसे निभाई जाए, यह हम भगवान श्री कृष्ण एवं सुदामा जी से समझ सकते हैं। महाराज ने कहा कि सुदामा अपनी पत्नी सुशीला के आग्रह पर अपने मित्र बाल सखा सुदामा से मिलने के लिए द्वारिका पहुंचें सुदामा ने द्वारिकाधीश के महल का पता पूछा और महल की ओर बढ़ने लगे द्वार पर द्वारपालों ने सुदामा को भिक्षा मांगने वाला समझकर रोक दिया तब उन्होंने कहा कि वह कृष्ण के मित्र हैं इस पर द्वारपाल महल में गए और प्रभु से कहा कि कोई उनसे मिलने आया है अपना नाम सुदामा बता रहा है। जैसे ही द्वारपाल के मुंह से उन्होंने सुदामा का नाम सुना प्रभु सुदामा सुदामा कहते हुए तेजी से द्वार की तरफ भागे सामने सुदामा सखा को देखकर उन्होंने अपने सीने से लगा लिया। सुदामा ने भी कन्हैया कन्हैया कहकर उन्हें गले लगाया और सुदामा को अपने महल में ले गए ओर उनका अभिनंदन किया। इस दृश्य को देखकर श्रोता भावविभोर हो गए और सुदामा और कृष्ण की झांकी पर फूलों की वर्षा किया। कथा संपन्न होने के बाद पूर्णाहुति हवन, आरती, महाप्रसाद का आयोजन किया गया।इस अवसर पर निर्मल पांडेय, संजीव पांडेय, अनिल पांडेय, पंकज पांडेय, नीरज पांडेय, अंबुज पांडेय, आशुतोष पांडेय, राज पांडेय, शिवम पांडेय, वैभव पांडेय, श्रेयांश पांडेय, नित्यानंद पांडेय सहित तमाम लोग मौजूद रहे।