जंघई।आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्रृंखला के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस शनिवार को महाविद्यालय के सभागार में मनाया गया। कार्यक्रम में राजनीति विज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ अमित कुमार पांडेय ने बताया कि मानवाधिकार की तीन पीढ़ियां हैं प्रथम पीढ़ी में राजनीतिक एवं नागरिक अधिकार, द्वितीय पीढ़ी में सामाजिक एवं आर्थिक अधिकार तथा तृतीय पीढ़ी में शांति का अधिकार, विकास का अधिकार, स्वच्छ पर्यावरण का अधिकार आदि है | जिसे कोलेक्टिव राईट, पीपुल्स राईट, ग्रुप राईट भी कहा जाता है।उन्होंने बताया कि मानवाधिकार, प्राकृतिक अधिकार, मौलिक अधिकार, बच्चों के अधिकार, महिलाओं के अधिकार, आदि का समन्वित रूप है जिसमें भारतीय दर्शन के मुख्य ध्येय जियो और जीने दो का दर्शन समाहित है। विभाग के वरिष्ठ सहायक आचार्य डॉ छविनाथ उपाध्याय ने मानव अधिकारों को प्राकृतिक अधिकारों का दूसरा रूप बताया और छात्रों से अपने अधिकारों के प्रति सचेत एवं जागरूक रहने का आह्वान किया। परास्नातक राजनीति विज्ञान प्रथम वर्ष के छात्र योगेश दुबे, बंदना गिरी, रोहित यादव एवं बी.ए. तृतीय वर्ष की छात्रा दीक्षा मिश्रा ने मानवाधिकार के विषय में अपनी बात रखी। कार्यक्रम का संचालन डॉ अमित कुमार पांडेय तथा संयोजन अमित सिंह ने किया कार्यक्रम में कुल 72 छात्राएं एवं 20 छात्रों ने प्रतिभाग किया।