जंघई।अभयराज मिश्र पूर्व  प्रधान गोपालापुर के निवास पर आयोजित भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया इसमें श्रद्धालु जमकर थिरके इस मौके पर पूरा कथा परिसर भगवान श्री कृष्ण के जयकारों तथा नंद के आनन्द भयो, जय कन्हैयालाल की जय से गूंजायमान हो उठा। कथा व्यास रामानुजाचार्य स्वामी हरिप्रपन्नाचार्य महाराज ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन कर धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। जब कंस ने सभी मर्यादाएं तोड़ दी तो प्रभु श्रीकृष्ण का जन्म हुआ।

 यहां पर जैसे ही श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग कथा में आया तो श्रद्धालु हरे राधा-कृष्ण के उदघोष के साथ नृत्य करने लगे जन्मोत्सव के प्रसंग को भाव विभोर कर दिया।कथा के पश्चात आरती प्रसाद का वितरण किया गया जिसमें मुख्य यजमान इंद्रावती देवी उदयराज मिश्र, सावित्री अभयराज मिश्र, शकुंतला खेमराज मिश्र, सीता देवी श्याम राज मिश्र, सुशीला देवी अवध राज मिश्र, शमला देवी प्रेमराज मिश्र, सविता धर्मराज मिश्र एवं कार्यक्रम संचालकों में अनुज महाराज, अभिषेक शुक्ला, गंगाधर पांडेय, कल्लू पंडित, कुल गुरू अखिलेश त्रिपाठी, कुल पुरोहित जगदंबा प्रसाद शुक्ल, दुर्गा प्रसाद शुक्ल, उदयराज मिश्र, बाबा मिश्रा, देवेंद्र दुबे, परिजनों में धर्मेंद्र, जितेंद्र, मनोज, संजय, अरविंद, राजू, दीपक, आशीष, दिलीप, अतुल, संदीप, कुलदीप, मयंक, मंथन, यश, हर्ष, दिव्यांश, युग, बिवान, आरव, मानसी, मान्या, सौम्या, पीहू, श्रीनिधि, कामना, सुनिधि, बैदेही आदि लोग मौजूद रहे।