प्रतापगढ़/ कुंडा ( ब्यूरों)। विवाहिता की हत्या के मामलें ने पुलिस ने दो दिन में ही खुलासा कर दिया । विवाहिता की हत्या खुद उसके पति ने अवैध संबंधों के चलते कर दी। महेशगंज थाना क्षेत्र के चेतरा गांव के हरिशंकर उर्फ बबलू मिश्र की पत्नी सुमन( 28 वर्ष) का शव रविवार की देर शाम घर से कुछ दूर पर खेत में पड़ा था। शव पर डंडे से मारने की चोट और गले पर निशान थे।सूचना पर मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेजकर शक के आधार पर पति हरिशंकर और उसके भाई पप्पू को उठा लिया था। सोमवार की दोपहर पुलिस ने हत्या में शामिल डंडे को भी घटना स्थल से बरामद कर लिया। मृतका की मां की तहरीर पर पुलिस ने मृतका के पति, देवर, सास और ससुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिसिया पूछताछ में हरिशंकर ने पुलिस को बताया कि उसको अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था। उसकी पत्नी का कई लोंगों के साथ अवैध संबंध था। रविवार की शाम जब वो घर गया तो उसकी पत्नी किसी से मोबाइल से बात कर रही थी।पूछने पर वह लड़ाई करने लगी और हरीशंकर को एक थप्पड़ भी मार दिया। पहले से ही शक की आग में जल रहा हरिशंकर पत्नी द्वारा मारने से गुस्से से बौखला गया। वह अपनी पत्नी को प्रेम से पीछे खेत की ओर कुछ दिखाने के उद्देश्य से लेकर आया। जहां पर डंडे से सिर पर उसने सुमन के सिर पर हमला कर दिया। जब सुमन गिर पड़ी तो उसने उसका गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने हरिशंकर को हत्या करने और उसके भाई को उसका सहयोग करने के आरोप में चालान कर दिया। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक अरबिंद सिंह गौर का कहना है कि हरिशंकर ने हत्या करने की बात कबूल कर ली है। *दस साल भी न चल सका सात जन्मों का साथ* कुंडा ।सात जन्मों तक चलने वाला पति-पत्नी का रिश्ता अवैध संबंधों के चलतें एक जन्म तो क्या बुढ़ापे तक भी न चल पाया। अवैध संबंध के चलतें दस साल में ही जनम-जनम चलने वाला रिश्ता दम तोड़ गया और पति ने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। महेशगंज इलाके के चेतरा गांव के हरिशंकर ने दस वर्ष पूर्व बाघराय के बेधनगोपालापुर निवासी सुमन के साथ प्रेम विवाह किया था। ग्रामीणों के अनुसार दोनों में प्रेम इस कदर था कि दोनों शादी न करने पर जान देने की धमकी देने लगे। शादी के बाद इन दस सालों में दोनों को एक पुत्र अंश (8 वर्ष) और उन्नति (6 वर्ष) उत्पन्न हो गई। मजदूरी करके जीवन यापन करने वाले हरिशंकर ने इस दरम्यां अपनी पत्नी को सारे सुख देने की कोशिश की, लेकिन अचानक दोनों के रिश्तों में अवैध संबंधों का शक घुस गया । मोबाइल पर बात करते देख हरिशंकर ने सुमन को मौत के घाट उतार दिया। अवैध संबंधों की आग एक साथ चार जिंदगियों को निगल गई। सुमन की जहां हत्या हो गई वही हरिशंकर जेल चला गया और उनके दोनों बच्चों का भविष्य एकदम से अंधकारमय हो गया। रिपोर्ट। विश्व दीपक त्रिपाठी