भदोही। जिले में बीते दिनों लोहे के बक्से में मिले नाबालिग लड़की के अधजले शव मामले में पुलिस ने उपेंद्र श्रीवास्तव नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। वाराणसी में 15 साल की नाबालिग लड़की की हत्या करने के बाद मृतका के सिरफिरे आशिक उपेंद्र ने लोहे के बक्से में शव रखकर भदोही जिले में 65 किलोमीटर दूर जाकर फेंका था।

त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग के चलते प्रेमी ने ली जान :

कंचनपुर गेट भिखारीपुरी मंडुआडीह वाराणसी निवासी उपेंद्र श्रीवास्तव ने किशोरी का महामनापुरी कालोनी के एक कमरे में गला दबाया और जमीन पर पटक दिया। सिर में गंभीर चोट के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। उसने खोजवां बाजार से लोहे का बक्सा, रस्सी और प्लास्टिक का पाइप खरीदा। लौटकर कमरे पर आया और रात नौ बजे शव को बक्से में भरकर अपनी बाइक के पीछे बांधकर कालोनी के पास के पंप से बाइक में तीन सौ रुपये का पेट्रोल भरवाया। शव फेंकने के लिए सुरक्षित ठिकाना ढूंढ़ते-ढूंढ़ते गोपीगंज थाना के लाला नगर टोल प्लाजा के पास आ गया। टोल प्लाजा के पास खेत की झाड़ियों में बक्सा गिरा दिया। किशोरी की शिनाख्त न हो सके इसके लिए उसने बाइक से पेट्रोल निकालकर चेहरा जला दिया। दो सितंबर को स्थानीय लोगों ने बक्सा और उसमें अधजला शव देखा। पुलिस के लिए हत्या का राजफाश करना चुनौती थी, दस दिन में कड़ी से कड़ी जुड़ती गई और आखिरकार हत्यारा गिरफ्तार कर लिया गया।