जंंघई।पुराणों के अनुसार पितरों का श्राद्ध और तर्पण करने के लिए गया से श्रेष्ठ स्थान कोई दूसरा नहीं है कहा जाता है कि गया में स्वयं भगवान विष्णु पितृ देवता के रूप में निवास करते हैं। गया तीर्थ में श्राद्ध कर्म पूर्ण करने के बाद भगवान विष्णु के दर्शन करने से मनुष्य पितृ, माता और गुरु के ऋण से मुक्त हो जाता है।पूर्ण श्रद्धा और विधि-विधान के साथ श्राद्ध और तर्पण करने से पितृ, देवता, गंधर्व, यक्ष आदि अपना शुभ आशीर्वाद देते हैं, जिससे मनुष्य के समस्त पापों का अंत हो जाता है। पितृ पक्ष में अपने माता-पिता एवं पूर्वजों के मोक्ष प्राप्ति हेतु पयागपुर गांव निवासी स्व. रामयश शर्मा के ज्येष्ठ पुत्र राजित राम शर्मा एडवोकेट अपनी धर्मपत्नी के साथ मंगलवार को गया धाम प्रस्थान किया।आचार्यों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य पूर्वजों का ध्यान करते हुए पिंडदान किया तत्पश्चात ढोल नगाड़े, गाजे-बाजे, डीजे के साथ गांव की परिक्रमा करते हुए अपने खानदान के समस्त घरों की सुख शांति हेतु अक्षत छिड़कते हुए गया धाम प्रस्थान किया।इस अवसर पर परिजनों में शालिगराम शर्मा, डाक्टर धनंजय कुमार शर्मा, जनार्दन प्रसाद शर्मा, श्रीकांत शर्मा,

लक्ष्मीकांत शर्मा, रविकांत शर्मा, शिवकांत शर्मा, चंद्रकांत शर्मा एडवोकेट, अनुराग, गौरव, ऋषभ, लक्ष्य सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौजूद रहे।