*गरीबों के हक पर कोटेदार डाल रहा डांका, ग्रामीणों ने की एसडीएम से शिकायत* कोरोना महामारी में मानवता को तार-तार कर रहा कोटेदार, बिहार ब्लाक के रामपुर कोटवा गांव का मामला।। रिपोर्ट। *विश्व दीपक त्रिपाठी* ------------------------------- -------- प्रतापगढ़/कुंडा। वैश्विक महामारी के रूप में फैले कोरोना के कारण जहाँ एक ओर सरकार गरीबों को मुफ्त में राशन देने का एलान कर रही है, वही दूसरी ओर कुछ कोटेदार गरीबों के हक पर डांका डालकर अपनी झोली भर रहें हैं। इन कोटेदारों की विभागीय कर्मियों से इतनी सांठ-गांठ रहती है कि ये शिकायत कर्ताओं का राशनकार्ड ही कटवा देते हैं। दर्जनों ग्रामीणों ने पूरे मामलें की शिकायत एसडीएम से की है। मामला बिहार ब्लाक के रामपुर कोटवा ग्राम सभा का है। जहां का कोटेदार लॉक डाउन में भी गरीबों को पूरा राशन नही दे रहा है और निर्धारित मूल्य से अधिक गेंहू और चावल का दाम वह गरीब जनता से वसूल रहा है। इतना ही नही वह मशीन पर अंगूठा लगवाकर भी ग्रामीणों को राशन नही देता है और गरीबों का राशन डकार जाता है। कंप्यूटर की पर्ची देने के बजाय वह हांथ से लिखकर ग्रामीणों को पर्ची देता है।ग्रामीणों का आरोप है कि कोटेदार गांव के ही एक दबंग व्यक्ति के संरक्षण में ही सारे अवैध कार्य करता है। यदि कोई ग्रामीण कोटेदार की शिकायत करता है तो कोटेदार विभागीय अधिकारियों से सांठ-गांठ करके शिकायतकर्ताओं का राशनकार्ड ही कटवा देता है तथा ग्रामीणों द्वारा प्रति यूनिट के हिसाब से राशन मांगने पर कोटेदार का प्रतिनिधि ग्रामीणों से अभद्र व्यवहार करके गाली देकर भगा देता है। गांव के शिवम पांडेय, राम पियारे सरोज, सरिता पांडेय, विवेक पांडेय, पिंकी गुप्ता, दीपाली सरोज, अन्नू, प्रदीप कुमार, राजकुमार, उषा देवी, सुरेश चंद्र, मिथुन कुमार , देवकली सहित दर्जनों ग्रामीणों ने कोटेदार के कार्य प्रणाली की शिकायत एसडीएम कुंडा से की है। अब देखना होगा कि लॉक डाउन में जरा सा ज्यादा कीमत लेने वाले और काला बाजारी करने वाले व्यापारियों पर मुकदमा लिखाकर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करने वाला जिला प्रशासन खुद के बनाए सिस्टम से गरीब जनता का शोषण करने वालों के खिलाफ क्या कार्यवाही करता है? इस संबंध में सप्लाई इंस्पेक्टर कुंडा देवी प्रसाद तिवारी का कहना है कि शिकायत हुई है। जांचकर कार्यवाही की जाएगी।