सामाजिक दूरी व सोसल मिडिया के सहयोग से लाकडाउन सफल हो रहा प्राचीन संस्कृति को अपनाने से उत्कर्ष पर रहेगा सनातन धर्म- रंगमकृष्ण शांडिल्य कुशीनगर से भगवन्त यादव की रिपोर्ट सामाजिक दूरी व सोशल मीडिया के सहयोग से लॉकडाउन सफल रहेगा धोती, कुर्ता पगड़ी और स्वच्छता तथा पूजा पाठ खेती बारी पशुपालन गाय की सेवा प्राचीनतम जीवन शैली है राष्ट्रीय नारायणी सेना के राष्ट्रीय महासचिव श्री रंगमकृष्ण जी महराज ने पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित करते हुए अक्षय तृतीया के दिन महालक्ष्मी और कुबेर की पूजा की परंपरा का उदाहरण देते हुए अक्षय तृतीया के दिन रात्रि 8:00 बजे अपने छत पर या घर मे दीपक जलाने को कहा है तथा सोशल मीडिया पर इस को जागरूकता हेतु तथा उत्साह बर्धन हेतु भेजे अपार समर्थन कई संगठन एवं हिंदूवादी संगठनों ने इस ट्रेड का समर्थन करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर भी किया है और अपील भी की है। कहा की वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को भगवान परशुराम जयंती भी आती है और उसी दिन अक्षय तृतीया भी आती है ऐसे में हम सभी को इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और सनातन धर्म में दीप-दान का बड़ा महत्व है। पूरे देश से ही नहीं पूरे विश्व के सभी सनातन धर्मियों को उस दिन दीपदान करके अपने घर अपने राष्ट्र को समृद्ध शाली बनाने तथा लाकडाउन कोसफल करने हेतु संकल्प लेना चाहिए और माता महालक्ष्मी की पूजा करके सभी के समृद्धि की कामना करनी चाहिए।